तेरा आना तेरा
जाना
सारी रात यूँ
ही रहना
बाँहों में जैसे
जीना
आँखों में यूँही
खोना
ज़रा सी मुस्कराहट
हर वक़्त यूँ
देना
ज़रा सा प्यार
आँखों में भर
के कहना
ना ना ना
ना ना ना
तुम ही होना
ना ना ना
ना ना
मेरी सोना
कसूर उन आँखों
का
जो एक टक हमें
देखती हैं
कुसूर उन लटों
का
जो अनबन सी
महकती हैं
हौले से वो
उंगलियां
जाने कब करीब
आती हैं
धीरे से छू
कर सांसों को
जाने कब लौट
जाती हैं
आज तुम्हे पाना
आज तुम्हे खोना
हर सांस में
हमारी
तुम्ही होना तुम्ही
होना
- सुरभि रोहरा
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